सरकार ने खोला नया पोर्टल, किसान 10 तारीख तक दे सकते हैं फसल नुकसान की जानकारी-Government opened a new portal

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सरकार ने खोला नया पोर्टल, किसान 10 तारीख तक दे सकते हैं फसल नुकसान की जानकारी-Government opened a new portal

 

Government opened a new portal:फसल नुकसान मुआवजा: पिछले कुछ समय से मौसम में बदलाव हो रहा है। कहीं भीषण गर्मी तो कहीं बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसल को नुकसान पहुंचा है, जिससे किसान परेशानी में पड़ गए हैं। किसानों की इस परेशानी को दूर करने के लिए सरकार की ओर से उन्हें राहत पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य सरकार की ओर से किसानों के हित में बड़ा कदम उठाया गया है।

राज्य सरकार ने प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को हुए नुकसान की जानकारी देने को कहा है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल 10 मार्च 2025 तक खोल दिया गया है। इस पोर्टल पर प्रदेश के किसान बारिश और ओलावृष्टि के कारण हुए फसल नुकसान की जानकारी दर्ज करा सकते हैं। जानकारी दर्ज कराने वाले किसानों को नियमानुसार फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी, उन्हें फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा।

प्रदेश में किन-किन स्थानों पर किसानों की फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ?

हरियाणा सरकार ने किसानों को बारिश और ओलावृष्टि से हुए फसल नुकसान की जानकारी देने के लिए फसल मुआवजा पोर्टल खोला है। खासकर जींद जिले के किसानों के लिए जहां 20 फरवरी को बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ था। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार जींद के उपायुक्त द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार जींद जिले के गांव आसन, खरकरामजी, चाबड़ी, नेपावाला, कोयल, बहादुरपुर और संडील आदि में 20 फरवरी को बेमौसमी बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। किसान ने फसल नुकसान की जानकारी पोर्टल पर दर्ज कराने के लिए मुआवजा पोर्टल खोलने का अनुरोध किया था।

Government opened a new portal

उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए राज्य सरकार ने फैसला लिया कि जींद जिले के किसान 10 मार्च तक अपनी खराब हुई फसलों की जानकारी मुआवजा पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं। हाल ही में शुक्रवार देर शाम साढ़े सात बजे रेवाड़ी में हुई बारिश और ओलावृष्टि से 60 गांवों में फसलें नष्ट हो गईं। किसानों के अनुसार ढाणी शोभा, भालखी माजरा, टींट, खोरी, हरजीपुर, गोलियाका, सुलखा, बेरवाल, बढराणा, भाड़ावास, नंदरामपुर बास, लाधुवास, जड़थल, भुथला, आसियाकी, पांचौर, रालियावास, नांगल जमालपुर, अहरोद में भारी ओलावृष्टि हुई है। इस नुकसान पर भारतीय किसान यूनियन चढूनी के प्रधान समय सिंह ने ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्र में जल्द गिरदावरी करवाकर मुआवजा देने की मांग की है।

फसल नुकसान की 72 घंटे के अंदर रिपोर्ट देना जरूरी

ओलावृष्टि से प्रभावित किसान 72 घंटे के अंदर फसल मुआवजा पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके बाद बीमा कंपनी व कृषि विभाग के अधिकारी नुकसान का जायजा लेंगे। नुकसान के आकलन में फसल नुकसान के प्रतिशत के आधार पर किसानों को मुआवजा मिलेगा।

फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल को हुए नुकसान की जानकारी के लिए प्रदेश के किसानों को ई-मुआवजा पोर्टल पर जानकारी दर्ज करानी होगी। इसके लिए आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे दस्तावेज इस प्रकार हैं–

  • किसान का आधार कार्ड
  • परिवार पहचान पत्र आईडी
  • किसान के निवास का प्रमाण
  • भूमि के खसरा नंबर का विवरण
  • नुकसान के प्रमाण के लिए फोटो, वीडियो या प्रमाण पत्र
  • आधार से जुड़ा किसान का मोबाइल नंबर
  • किसान की पासपोर्ट साइज फोटो
  • किसान के बैंक खाते की पासबुक आदि की कॉपी

मुआवजा पोर्टल पर फसल नुकसान की रिपोर्ट कैसे दर्ज कराएं

मुआवजा पोर्टल पर फसल नुकसान की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए आपको इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा और फसल नुकसान से संबंधित पूरी जानकारी भरनी होगी। मुआवजा पोर्टल पर फसल नुकसान की रिपोर्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया इस प्रकार है-

  • सबसे पहले आपको ई-मुआवजा पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट https://ekshatipurti.haryana.gov.in/ पर जाना होगा।
  • इसके बाद आवेदक किसान को अपना परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) नंबर भरना होगा।
  • पीपीपी आईडी भरने के बाद आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
  • अब यहां किसान को अपना नाम, मोबाइल नंबर और पता भरना होगा।
  • इसके बाद आवेदक किसान को नुकसान से जुड़ी जानकारी देनी होगी और इससे जुड़ा कोई सबूत भी साबित करना होगा।
  • अब आवेदक को बैंक अकाउंट की डिटेल देनी होगी।
  • इसके साथ ही फसल मुआवजे से जुड़े सभी जरूरी दस्तावेज, फोटो, वीडियो या सर्टिफिकेट अपलोड करने होंगे।
  • इस तरह अब इस पूरी तरह भरे हुए फॉर्म को सबमिट करने के लिए आखिर में सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
  • इस तरह आप मुआवजा पोर्टल पर अपने नुकसान की रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं।
  • मुआवजा पोर्टल पर आवेदन से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए किसान अपने नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
  • मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर किसान का रजिस्ट्रेशन जरूरी
  • हरियाणा में सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है, क्योंकि इसी पोर्टल के जरिए मुआवजे की रकम सत्यापित खाते में जमा होती है।

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